🔍 1. Understand जिवन के रोड़े D30 With Real Example क्या बताता है?
- D30 चार्ट = त्रिंशांश कुंडली → “अतीव पीड़ा और जन्मजात कष्टों” को दर्शाता है।
- इसमें ऐसे प्लेनेट्स और हाउसेस चिन्हित होते हैं जो आजीवन संघर्ष या दर्द का कारण बन सकते हैं।
- यह चार्ट आपकी Weak Points, Health Issues, और Deep Life Trauma के बारे में बताता है।
- इसे ज्यादातर लोग अनदेखा करते हैं क्योंकि यह डरावना या कड़वा सत्य उजागर कर सकता है।
📌 2. मुख्य कुंडली (D1) की स्थिति:
- Ascendant: कर्क
- Moon + Rahu in 12th House (आद्र नक्षत्र) → मानसिक भ्रम, धोखा, अनजाने शत्रु, विदेश या आइसोलेशन
- Saturn + Mars in Virgo (6th Sign in Kalpurush) → बीमारियाँ, संघर्ष, digestive system से related रोग
- Venus in 8th House (धनिष्ठा नक्षत्र, 0°) → मैरिज या रिलेशनशिप में अस्थिरता, ब्रेकअप या तलाक का योग
- Mercury debilitated in 9th (Pisces) → भाग्य का कमजोर होना, गलत निर्णय या शिक्षा से जुड़े भ्रम
🌠 3. D30 (Trimsamsa) Chart की भूमिका:
- Ascendant: Virgo – जीवन में health challenges का संकेत
- Asc Lord Mercury भी Asc में → Mercury दिमाग से समस्या सुलझाने की ताकत देगा
- Venus in 8th House again in D30 → Relationship struggle permanent है; ट्रांसफॉर्मेशन होगा या loss देगा
- Moon + Rahu + Ketu एक साथ (ज्यादातर D30 में साथ दिखते हैं) – मानसिक संकट, emotional instability, workplace issues
- Saturn in 3rd House (Scorpio) → आत्मबल से लड़ना पड़ेगा, अकेले समस्याओं से निपटना पड़ेगा
🧪 4. Life Problem को कैसे रिलेट किया गया इस Example में?
🧩 (A) विवाह का टूटना (Divorce):
- D1 में Venus = 8th House में (दारा कारक – spouse)
- D9 (Navamsha) में Venus = 2nd House में (फैमिली लेकिन कमजोर स्थिति)
- D30 में Venus फिर से 8th House में → ट्रांसफॉर्मेशन, permanent separation
- शादी Saturn Mahadasha में हुई (आत्मकारक Saturn) → karmic lesson वाला partner मिला
- तलाक बहुत जल्दी हुआ (2 महीने में separation, 3–4 साल में divorce)
🧩 (B) वर्कप्लेस पर लगातार dissatisfaction:
- D30 में 1st House में Rahu + Ketu + Moon → खुद की पहचान खोना, workplace में comfort न मिलना
- जो भी घर D30 में Rahu/Ketu में आता है, वहां struggle रहता है
- Native को हमेशा लगता रहा "मैं गलत जगह पर हूं"
🧩 (C) Health Issues (Gallbladder):
- D1: Saturn + Mars in Virgo → डाइजेस्टिव सिस्टम पर असर
- D30 में Mercury Virgo Ascendant में – मतलब Digestive health major theme
- Saturn आत्मकारक + D30 में Scorpio (3rd House) में → छुपी हुई बीमारी, ऑपरेशन की नौबत
- Gallbladder issue लंबे समय तक चला, मरकरी की दशा में diagnose हुआ और surgery हुई
- Remedy: Mercury practical होता है → इसने native को चीज़ें काटने का निर्णय लेने की ताकत दी
🪙 5. Remedy और Learning
- Mercury (Asc Lord of D30) was the savior → इस ग्रह ने निर्णय लेने की ताकत दी
- नरसिंह भगवान की प्रार्थना बताई गई – शत्रु बाधा और अंदर के भय को दूर करने के लिए
- Weak planets को accept करके remedies करने से problem हल हो सकती है
🎯 Key Takeaways (सीखें):
🔹 बिंदु | 🔍 निष्कर्ष |
---|---|
D30 Chart | आपके जीवन की अंदरूनी लड़ाई, आजीवन दर्द और संघर्ष का blueprint है |
Venus weak | Relationship struggle देगा – बार-बार |
Mercury strong in D30 | Remedy बने, जिसने खुद की बुद्धि से जीवन सुधारा |
Rahu/Ketu in D30 Lagna | Self-image, life direction में भ्रम, chaos |
Saturn in Virgo (D1 + D30) | Digestive issues, karmic illness |
📚 अंतिम सारांश (in Simple Language):
D30 एक “सत्यदर्शी” चार्ट है। यह आपकी कुंडली का वह आईना है, जो बताता है – "कौन सी चीज़ आपको दर्द देगी, और आप उस दर्द से कैसे सीखेंगे?"
जैसे इस केस में वीनस हर जगह कष्ट दे रहा था – D1, D9, D30 में। विवाह टूटा, कोर्ट कचहरी हुई, स्वास्थ्य गिरा, पर Mercury ने अंत में उसे उबारा।
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